'ऊँ शं शनिश्चरायै नम:'
शनिवार शनि देव का दिन माना गया है। इस दिन शनि के निमित्त विशेष पूजन, दान या धार्मिक कर्म करने से कई प्रकार के शुभ फल प्राप्त होते हैं। शनिदेव की शुभ दृष्टि प्राप्त करने के लिए किसी भी शनिवार से यह उपाय शुरू करें। इस उपाय के अनुसार आपको लगातार सात शनिवार तक बिना विलंब एक-एक नारियल किसी पवित्र नदी में प्रवाहित करना है। साथ ही नारियल प्रवाहित करते समय ऊँ रामदूताय नम: मंत्र का
शनिवार शनि देव का दिन माना गया है। इस दिन शनि के निमित्त विशेष पूजन, दान या धार्मिक कर्म करने से कई प्रकार के शुभ फल प्राप्त होते हैं। शनिदेव की शुभ दृष्टि प्राप्त करने के लिए किसी भी शनिवार से यह उपाय शुरू करें। इस उपाय के अनुसार आपको लगातार सात शनिवार तक बिना विलंब एक-एक नारियल किसी पवित्र नदी में प्रवाहित करना है। साथ ही नारियल प्रवाहित करते समय ऊँ रामदूताय नम: मंत्र का
जप करें।
-----लगातार सात शनिवार इस प्रकार करने से समस्याओं का प्रभाव कम हो जाएगा और हनुमानजी के साथ ही शनिदेव की कृपा भी प्राप्त होगी।इसके अलावा प्रति मंगलवार और शनिवार के दिन हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए। हनुमानजी के भक्तों पर शनिदेव का कुप्रभाव नहीं होता है।
----हर शनिवार को किसी पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाने और सात बार परिक्रमा करने से भी शनि के अशुभ प्रभावों से मुक्ति मिलती है।
----हर शनिवार किसी काले कुत्ते को तेल लगी हुई रोटी खिलाना चाहिए। ज्योतिष के अनुसार कुत्ते को रोटी खिलाने से शनि के दोष शांत होते हैं।
- ---शनिवार के दिन तेल का दान करें। शनि देव के दर्शन करें और शनि मंत्र का जप करें। शनि मंत्र: ऊँ शं शनैश्चराय नम:
- ---प्रतिदिन महामृत्युंजय मंत्र का जप करें। मंत्र ऊँ त्र्यम्बकम् यजामहे सुगन्धिम्पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनात् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात।।
- ---प्रतिदिन किसी शिव मंदिर जाकर शिवलिंग पर दूध और जल अर्पित करें। साथ ही ऊँ नम: शिवाय मंत्र का जप करें।
- ---नियमित रूप से श्रीकृष्ण की पूजा करें और इस मंत्र का जप करें। मंत्र: ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय नम:
- ---किसी शुभ मुहूर्त में चांदी का नाग का जोड़ा बनवाएं और उसकी पूजा करके किसी पवित्र नदी में श्रद्धापूर्वक प्रवाहित करें।
-----शनिवार के दिन काले घोड़े की नाल का छल्ला मध्यमा अंगुली यानी मीडिल फिंगर में पहनें। इससे भी शनि दोष शांत होता है।
----प्रतिदिन शिवलिंग पर जल चढ़ाएं और बिल्व पत्र अर्पित करने चाहिए। ऐसा करने पर शनि के दोषों से मुक्ति मिलती है।
----समय-समय पर गरीब लोगों को काले कंबल का दान करना चाहिए। शनि देव गरीबों की मदद करने वाले लोगों से विशेष स्नेह रखते हैं और उन्हें कष्ट नहीं देते हैं।
-----लगातार सात शनिवार इस प्रकार करने से समस्याओं का प्रभाव कम हो जाएगा और हनुमानजी के साथ ही शनिदेव की कृपा भी प्राप्त होगी।इसके अलावा प्रति मंगलवार और शनिवार के दिन हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए। हनुमानजी के भक्तों पर शनिदेव का कुप्रभाव नहीं होता है।
----हर शनिवार को किसी पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाने और सात बार परिक्रमा करने से भी शनि के अशुभ प्रभावों से मुक्ति मिलती है।
----हर शनिवार किसी काले कुत्ते को तेल लगी हुई रोटी खिलाना चाहिए। ज्योतिष के अनुसार कुत्ते को रोटी खिलाने से शनि के दोष शांत होते हैं।
- ---शनिवार के दिन तेल का दान करें। शनि देव के दर्शन करें और शनि मंत्र का जप करें। शनि मंत्र: ऊँ शं शनैश्चराय नम:
- ---प्रतिदिन महामृत्युंजय मंत्र का जप करें। मंत्र ऊँ त्र्यम्बकम् यजामहे सुगन्धिम्पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनात् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात।।
- ---प्रतिदिन किसी शिव मंदिर जाकर शिवलिंग पर दूध और जल अर्पित करें। साथ ही ऊँ नम: शिवाय मंत्र का जप करें।
- ---नियमित रूप से श्रीकृष्ण की पूजा करें और इस मंत्र का जप करें। मंत्र: ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय नम:
- ---किसी शुभ मुहूर्त में चांदी का नाग का जोड़ा बनवाएं और उसकी पूजा करके किसी पवित्र नदी में श्रद्धापूर्वक प्रवाहित करें।
-----शनिवार के दिन काले घोड़े की नाल का छल्ला मध्यमा अंगुली यानी मीडिल फिंगर में पहनें। इससे भी शनि दोष शांत होता है।
----प्रतिदिन शिवलिंग पर जल चढ़ाएं और बिल्व पत्र अर्पित करने चाहिए। ऐसा करने पर शनि के दोषों से मुक्ति मिलती है।
----समय-समय पर गरीब लोगों को काले कंबल का दान करना चाहिए। शनि देव गरीबों की मदद करने वाले लोगों से विशेष स्नेह रखते हैं और उन्हें कष्ट नहीं देते हैं।
No comments:
Post a Comment