संत कबीर का आध्यात्मिक अनुभव रहस्यानुभूतियों के विषय में कहना है-
हीरो पायो,गांठ गठियायो,बार-बार वाकोक्यूंखोले।
आशय यह कि आध्यात्मिक अनुभव इतने विचित्र, इतने एकांतिक, इतने दुरूह होते हैं और इतने बहुमूल्य भी कि उन्हें व्यक्त करने के प्रयास में उनके बिखर जाने का अथवा विलुप्त हो जाने का भय बना रहता है। अत:साधक और सिद्ध इन अनुभवों को गोपनीय ही रखते हैं।
हीरो पायो,गांठ गठियायो,बार-बार वाकोक्यूंखोले।
आशय यह कि आध्यात्मिक अनुभव इतने विचित्र, इतने एकांतिक, इतने दुरूह होते हैं और इतने बहुमूल्य भी कि उन्हें व्यक्त करने के प्रयास में उनके बिखर जाने का अथवा विलुप्त हो जाने का भय बना रहता है। अत:साधक और सिद्ध इन अनुभवों को गोपनीय ही रखते हैं।
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