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Sunday, July 15, 2012
ब्राह्मण
आध्यात्मिक साधना संपन्न महात्यागी ब्राह्मण ही हमारे आदर्श हैं
। इस ब्राह्मण आदर्श से मेरा क्या मतलब है ? आदर्श ब्राह्मणत्व वही है , जिसमें सांसारिकता एक दम न हो और असली ज्ञान पूर्ण मात्रा में विद्यमान हो
। हिंदू जाति का यही आदर्श है
।
2 comments:
Pt. Pushkar Vyas
July 19, 2012 at 11:56 PM
अति सुन्दर ... जय जय श्री परशुराम .. जय ब्राह्मण
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अशोकानंद
July 19, 2012 at 11:59 PM
आभार आपका पंडित पुष्कर जी !
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अति सुन्दर ... जय जय श्री परशुराम .. जय ब्राह्मण
ReplyDeleteआभार आपका पंडित पुष्कर जी !
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