Tuesday, August 14, 2012

भगवान श्री ' राम ' सिर्फ एक नाम नहीं हैं और न ही सिर्फ एक मानव अवतार । राम परम शक्ति हैं। प्रभु श्रीराम के द्रोहियों को शायद ही यह मालूम है कि वे अपने आसपास नर्क का निर्माण कर रहे हैं ।  इसीलिए यह चिंता छोड़ दो कि कौन प्रभु श्रीराम का अपमान करता है और कौन सुनता है ।
भगवान श्रीराम नाम के तीनो पदों र, अ, म में सच्चिदानंद का अभिप्राय स्पष्ट झलकता है अन्य भगवन्नामों में किसी में सत और चित मुख्य है आनंद गौण है किसी में सत और आनंद मुख्य है चित गौण है और किसी में चित आनंद मुख्य है सत  गौण है । श्रीराम नाम के तीनो पदों में सत चित आनंद तीनो समाहित हैं अथार्त रकार चित का  अकार सत का और मकार आनंद का वाचक है इस प्रकार 'राम' नाम सच्चिदानन्दमय है ।
।। जय श्रीराम ।। जय श्रीराम ।। जय श्रीराम ।। जय श्रीराम ।। जय श्रीराम ।। जय श्रीराम ।। जय श्रीराम ।।

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