अपने आस पास पड़े अनेकों ज्ञान रूपी मोती जो बिखरी पड़ी होती है , हमें उसका
मोल पता नहीं होता ! अगर इन्हें चुनकर माला बनाकर अंगीकार कर लेवें तो
निश्चय ही हमारे अज्ञानता की कुरूपता को बहुत हद तक कम कर सकती है !
आवश्यकता है की प्रभु आशीर्वाद से हमें ऐसे ज्ञान मोतियों को पहचानने की
लगन की !
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