Saturday, August 11, 2012

अपने आस पास पड़े अनेकों ज्ञान रूपी मोती जो बिखरी पड़ी होती है , हमें उसका मोल पता नहीं होता ! अगर इन्हें चुनकर माला बनाकर अंगीकार कर लेवें तो निश्चय ही हमारे अज्ञानता की कुरूपता को बहुत हद तक कम कर सकती है ! आवश्यकता है की प्रभु आशीर्वाद से हमें ऐसे ज्ञान मोतियों को पहचानने की लगन की !

No comments:

Post a Comment