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जीवन मंत्र
ब्रह्म चैतन्य
श्रीमद्भगवद्गीता
अनमोल वचन
अभिमान न करे
रस रंग
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Sunday, August 19, 2012
परोपकार भी मृदुभाव से किया जाना चाहिऐ तभी फलित होता है।
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